Samwad in Dhyan Kaksha
By DhyanKakshaOrg
अगर जीवन में शुद्ध प्रश्नों का उद्भव हो जाये तो जीवन में यात्रा गहरी शुरू हो जाती है। शुद्ध प्रश्न अर्थात जिन प्रश्नों के उत्तर के बाद शांति का अनुभव हो।
आध्यात्म ( स्वयं के बारे में जानने ) से सम्बन्धित प्रश्न सुन्दर और जटिल हो सकते हैं, ऐसे प्रश्नों के उत्तर में अपनी यात्रा और अपने अनुभवों से यथासम्भव मदद करने का प्रयास करूँगा।
Samwad in Dhyan KakshaMay 30, 2023
010. Sambhavi Mudra kya hai ?
हठ योग एवं तंत्र में प्रयोग में होनेवाली मुद्राओं में एक महत्वपूर्ण मुद्रा है, - शाम्भवी मुद्रा
ध्यान कक्ष में चर्चा हुई इसी विषय का रिकॉर्डिंग यहाँ प्रस्तुत है।
Ep. 009 Ahankar kaise prabhavit karta hai
जब किसी दूसरे को गलत करते देखते हैं तब लगता है मैं तो अच्छा हूँ क्या यह अहंकार है ?
जब दूसरे को अंहकार करते देखते हैं तो स्वयं में भी अहंकार की भावना आती है, क्या यह गलत है ?
Ep. 008 Masturbation sahi hai ya galat ?
मास्टरबेशन एक समस्या या एक दुविधा जिससे हर पीढ़ी के युवा प्रभावित, सही-गलत का फैसला करना कठिन हो जाता है।
- मास्टरबेशन की आदत
अपने जैसा ही जीवन उत्पन्न करना प्रकृति का मूल कार्य सिद्धांत है। हर जीवन्त स्थिति में दिखेगा पेड़-पौधे हों, जानवर हों या इन्सान हों।
मनस के विकास के कारण मनुष्य सुख-दुःख की स्थिति को नियंत्रित करना चाहता है। एक उम्र के बाद पुरुषों में स्त्रियों के प्रति और स्त्रियों के पुरुषों के प्रति एक गहरा आकर्षण होने लगता है।
आकर्षण के कारण शरीर की ऊर्जा जननांगों की तरफ बहने लगती है। अपने विचार शक्ति, अनुवांशिक यादें, सामाजिक माहौल से मिले ज्ञान से प्रभावित होकर सुख की अनुभूति के लिए अपने जननागों का स्पर्श शूरू करते हैं। यही स्थिति आदत में बदल जाती है।
- आयुर्वेद एवं योग की नजर से
आयुर्वेद के अनुसार शरीर में सात धातु रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा और शुक्र का निर्माण भोजन के द्वारा होता है। शुक्र सबसे आखिरी कड़ी है, जिसका क्षय सेक्स अथवा मास्टरबेशन में होता है। योग के अनुसार शुक्र का रक्षा ही जीवन है शुक्र का नाश ही मृत्यु है।
- मास्टरबेशन की आदत सही है गलत
थोपे हुये विचार एक दुविधा की स्थिति ही पैदा करेगा। मैं चाहता हूं, तुम स्वयं तय करो क्या उचित है। स्वयं के अनुभव के आधार पर तय करो।
जब डॉक्टर कहते हैं,
- मास्टरबेशन stress buster है
- सहज और स्वाभाविक है
- हर युवा को करना ही चाहिये
- ऐसा न करने से दिक्कत भी आ सकती है
तब किसकी बात मानी जाये। पशाचत्य की बात मान भी लेते लेकिन आयुर्वेद ठीक विपरीत कहता है। न तो इसके सहज और स्वाभाविक होने की बात स्वीकार करता है और न ही ऐसा करने से लाभ की ही बात करता है।
ऐसे दुविधा में लोगों को मास्टरबेशन के बाद एक ग्लानि का भाव अंदर से आ ही जाता है
पूरी बात सुनने के बाद अपने विवेक का प्रयोग करना और उससे अच्छा होगा तुम 2 महीने कठोरता से इसको नियन्त्रण में करके देखो तुम्हें स्वयं बहुत से बदलाव देखने को मिलने लगेगा।
नमस्कार!
Guided Meditation for Beginners
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यह ऑडियो लॉक-डाउन के समय 2020 में, कुछ साधकों के कहने पर बनाया था और बहुत लोगों को लाभ मिला है ऐसा उन्होंने पुष्टि की है।
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यह ऑडियो उनलोगों के लिए भी लाभकारी है -
१. जिन्हें अनिद्रा की दिक्कत है ( कुछ साधकों ने ऑडियो को सोते समय सुना है )
२. कुछ साधक जिनकी साधना किसी भी कारण से छोटे - बड़े अन्तराल के लिए बाधित है
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जो लोग रोज बाकी किसी तरह की साधना नहीं कर पा रहे हैं, सुबह शाम इस ऑडियो से अभ्यास करने का प्रयास करें। ऑडियो में कहे गए शब्दों के साथ अपनी पकड़ दिन प्रतिदिन बढ़ाते जायें इससे एकाग्रता गहरी होती चली जायेगी।
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एकाग्रता, ध्यान साधना के लिए पहली सीढ़ी कह सकते हैं
Ep 007 Bhagya kya hota hai
भाग्य क्या होता है ? कर्मों का फल भाग्य पर कैसे प्रभाव डालता है ?
Ep.002 Dhyan ke liye Yam - Niyam ka mahatwa
ध्यान साधना के अभ्यास के लिए अष्टांग योग द्वारा बताये गये यम - नियम कितने महत्वपूर्ण हैं।
प्रश्न - क्या सुबह ध्यान साधना के अभ्यास के लिए नहाकर बैठना आवश्यक है ?
Ep 006 Kya Shadi badha banti hai adhyatma ke liye
क्या ध्यान साधना, आध्यात्मा के लिए शादी एक बाधा बन जाती है ?
Ep 005 Sahaj Bhaw kaise rahen
जीवन के इस भाग दौड़ में हम सहज भाव कैसे रहें ?
Ep 004 Man Bhatak Jata hai Dhyan Kaise karen
29 नवम्बर के संवाद का अंश
प्रश्न - ध्यान के अभ्यास में मन भटक जाता है, क्या करें ?
Ep.003 Dhyan ka labh aapke jeewan mein
हमारे जीवन में ध्यान का लाभ है